

उसे सब की बात माननी पड़ी लेकिन उसने आश अभी तक नहीं छोड़ी थी और सही समय का इंतज़ार करने लगा और जब वह 21Years का हो गया तो उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर एक बहुत बड़ा कदम उठाया। उसने अपनी स्थायी जॉब को छोड़कर अपनी खुद की Company की शरुवात की। वह और उसकी पत्नी साथ ने मिलकर अपने ही घर में बनाते और हर एक दूकान में जा-जा कर बेचते लेकिन शायद ये उनका दुर्भाग्य की था की कोई भी उनके Sockets को नहीं ख़रीदा किसी को भी उनके इस सॉकेट्स में कोई भी दिलचस्पी नहीं थी,लेकिन वे दोनों भी कहाँ हार मानने वाले थे क्या हुआ अगर इस शहर में नहीं बिका तो? हम दूसरे शहर में जाएंगे। हर किसी रिश्तेदार ने उने समझया की ये पागलपन है,लेकिन वे पीछे नहीं हटे। समय बीतता गया लेकिन उनका एक भी Socket नहीं बिका वो इन दिनों को अपना बुरा समय मानकर काटने का प्रयास कर रहे थे। सूरज की हर दिन की पहली किरण के साथ वे यही आशा करते की आज कोई न कोई सॉकेट खरीद्लें लेकिन आखरी किरण के बाद भी मिलती तो सिर्फ निराशा। अब 6 महीने हो गए थे खाने के लिए कुछ नहीं बचा तो उन दो पति पत्नियों ने मिलकर घर का सारा फर्नीचर तक बेच डाला लेकिन जब तब भी बात न बन सकी तो उन्होंने इस काम को छोड़ने का फैसला कर ही दिया था लेकिन अचानक एक चमत्कार हो गया किसी दुकानदार ने उनसे 1000 Socket का आर्डर तैयार करने के लिए कह दिया........ बस फिर क्या ?????
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Panasonic |
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कोनोसुके मात्सुसीता |

और वह गरीब लड़का जिसके पास कुछ नहीं था न ही पैसे !! न अनुभव !! और न के बराबर शिक्षा !! फिर भी एक इंसान बना उसका नाम है:-
KONOSUKE MATSUSHITA
हमेशा रखियेगा की सफलता केवल आपकी शिक्षा पर ही आश्रित नहीं होती है। मायने रखता है आपका सब्र और आपका आत्मविश्वास। ....
आशा करता हु आपको आर्टिकल होगा अगर आया है तो कमेंट करके बताइयेगा क्योकि आपका कमेंट हमे प्रेरणा देता है।
Nice Negi ji
ReplyDeleteWow Ye Blogger hamre liye Bhut kaam aayega thanks aap likhte rahe
ReplyDeleteThank you so much dear.... There are very lack of good people like u who motivate us
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